जिंदगी में कुछ फैसले हम खुद लेते हैं, और कुछ हमारी तकदीर।
बस अंतर तो सिर्फ इतना है कि तकदीर के फैसले हमें पसंद नहीं आते
और
हमारे फैसले तकदीर पसंद नहीं करती।

मौत का डर, जिंदगी के डर से ही आता है;
जो शख्स भरपूर जिंदगी जीता है;
वह किसी भी वक्त मौत को गले लगाने के लिए तैयार रहता है।

प्यार में वक्त गुजर जाता है;
और
वक्त में प्यार गुजर जाता है।

देखो तो ख्वाब है जिंदगी;
पढ़ो तो किताब है जिंदगी;
सुनो तो ज्ञान है जिंदगी;
पर हँसते रहो तो आसान है जिंदगी।

जिंदगी की उलझनों ने हमारी शरारतों को कम कर दिया;
और लोग समझते हैं कि हम समझदार हो गए।

वक़्त भी लेता है करवटे ना जाने कैसे-कैसे;
उम्र इतनी तो नहीं थी, जितने सबक सीख लिए मैंने।
छोटी सी जिंदगी है हंस के जिओ;
भुला के सारे गम दिल से जिओ;
उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जिओ;
अपने लिए न सही अपनों के लिए जिओ।

जिंदगी के हर पल को ख़ुशी से बैठाओ;
रोने का टाइम कहां, सिर्फ मुस्कुराओ;
चाहे ये दुनिया कहे पागल आवारा;
बस याद रखना "जिंदगी ना मिलेगी दोबारा"।

जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है;
थोड़ा रुलाती है थोड़ा हसाती है;
खुद से ज्यादा किसी पे भरोसा मत करना;
क्योंकि अँधेरे में तो परछाईं भी साथ छोड़ जाती है।

ख़ुशी ने वादा किया था कि वो 5 दिन बाद लौट आयेगी। पर जब हमने जिंदगी की किताब खोल के देखी तो कमबख्त जिंदगी ही 4 दिन की थी।
इसलिए हर दिन का आनंद लीजिये।