बहुत याद आते हैं तुम्हारे साथ बिताए हुए पल;
वरना मुझे मर - मर के जीने का कोई शौंक नहीं!
जब हम आपको याद करते हैं, रब से यही फरियाद करते हैं।
हमारी भी उम्र लग जाये आपको, क्योंकि खुद से ज्यादा हम आपको प्यार करते हैं।
वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल,
उदास करती हैं मुझ को निशानियाँ तेरी!
कभी मिलो तो बताऊँ कैसे तड़पाती हैं आपकी यादें;
दिल से धड़कन निकाल ले जाती हैं आपकी यादें!
तू देख सकता काश रात के पहरे में मुझको;
कितनी बेदर्दी से तेरी याद मेरी नींद चुरा लेती है!
कितनी हसीन हो जाती है उस वक़्त दुनिया;
जब अपना कोई कहता है तुम याद आ रहे हो!
यादें करवट बदल रही हैं, और मैं तनहा तनहा सा हूँ;
वक़्त भी जिससे रूठ गया है, मैं वो बेबस लम्हा हूँ!
याददाश्त का कमज़ोर होना कोई बुरी बात नहीं है ज़नाब;
बहुत बेचैन रहते हैं वो लोग जिन्हें हर बात याद आती रहती है!
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो;
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए!
चीजें कहाँ खूबसूरत होती हैं, यादें खूबसूरत होती हैं;
लम्हें खूबसूरत होते हैं, और हाँ कुछ लोग भी खूबसूरत होते हैं!



