मुस्कुराते इंसान की कभी जेबें टटोलना;
हो सकता है रुमाल गीला मिले!

कुछ हार गयी तकदीर कुछ टूट गए सपने;
कुछ गैरों ने बर्बाद किया कुछ छोड़ गए अपने!
जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं;
मगर हम जख्मों पे मुस्कुराहटों के पहरे रखते हैं!

निकले हम दुनिया की भीड़ में तो पता चला;
कि हर वह शख्स अकेला है जिसने मोहब्बत की है!

जी भरके रोते हैं तो करार मिलता है;
इस जहान में कहाँ सबको प्यार मिलता है;
जिंदगी गुजर जाती है इम्तिहानों के दौर से;
एक जख्म भरता है तो दूसरा तैयार मिलता है।

ये जो हालात हैं यकीनन एक दिन सुधर जायेंगे;
पर अफसोस के कुछ लोग दिलों से उतर जायेंगे!
कुछ ऐसे हो गए हैं, इस दौर के रिश्ते;
जो आवाज़ तुम ना दो, तो बोलते वो भी नहीं!
किसी को इतना भी ना चाहो कि, भुलाना मुश्किल हो जाए;
क्योंकि जिंदगी, इन्सान, और मोहब्बत तीनो बेवफा है!
वक्त इशारा देता रहा हम इत्तेफाक़ समझते रहे;
बस यु ही धोखे खाते रहे ओर इस्तेमाल होते रहे!

कौन चाहता है खुद को बदलना;
किसी को प्यार तो किसी को नफरत बदल देती है!