मेरी सल्तनत में देख कर कदम रखना;
मेरी दोस्ती की क़ैद में जमानत नहीं होती।
दोस्ती कोई खोज नहीं होती;
दोस्ती हर किसी से हर रोज़ नहीं होती;
अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना;
क्योंकि पलकें आँखों पर कभी बोझ नहीं होती।
कितनी नन्ही से परिभाषा है दोस्ती की;
मैं शब्द...
तुम अर्थ...
तुम बिन मैं व्यर्थ।
यकीन पे यकीन दिलाते हैं दोस्त;
राह चलते को बेवकूफ बनाते हैं दोस्त;
शरबत बोल कर दारू पिलाते हैं दोस्त;
पर कुछ भी कहो साले बहुत याद आते हैं दोस्त।
दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं;
पर दोस्ती के मामले में सच्चे हैं;
हमारी सच्चाई बस इस बात पर कायम है;
कि हमारे दोस्त हमसे भी अच्छे हैं।
प्यार करने वालों की किस्मत खराब होती है;
हर वक़्त इम्तिहान की घडी साथ होती है;
वक़्त मिले तो कभी रिश्तों की किताब खोल कर देखना;
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है।
होठों पे उल्फ़त के फ़साने नहीं आते;
जो बीत गए फिर वो ज़माने याद नहीं आते;
दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द;
कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते।
रिश्तों में दूरियां तो आती रहती हैं;
फिर भी दूरियां दिलों को मिला देती हैं;
वो रिश्ता ही क्या जिसमें नाराज़गी ना हो;
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है।
जिए हुए लम्हों को ज़िन्दगी कहते हैं;
जो दिल को सुकून दे, उसे ख़ुशी कहते हैं;
जिसके होने की ख़ुशी से ज़िन्दगी मिले;
ऐसे रिश्ते को दोस्ती कहते हैं।
ज़िन्दगी का सबसे अच्छा पल वो है जब आप कहते हैं "मैं ठीक हूँ"
और आपका दोस्त आपकी आँखों में एक पल झाँकने के बाद कहे "चल अब बता क्या बात है"।