सच्चे वाले दोस्त वह होते हैं। जिन्हें दो गाली ना दो तो पूछते हैं "भाई नाराज है क्या तू?"
देखी जो नब्ज़ मेरी तो हँस कर बोला हकीम; कि तेरे मर्ज़ का इलाज़, महफ़िल है दोस्तों की!
ज़िन्दगी के कुछ उलझे सवालों से डर लगता है, ज़िन्दगी में दिल की तन्हाइयों से डर लगता है; ज़िन्दगी में एक सच्चा दोस्त तो मिल पाना मुश्किल होता है, पर एक सच्चे दोस्त को खोने से डर लगता है।
जो दिल के हो करीब उसे रुसवा नहीं करते, यूँ अपनी दोस्ती का तमाशा नहीं करते; खामोश रहोगे तो घुटन और बढ़ेगी, अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते।
मित्र क्या होता है? जब जिंदगी नामक स्क्रीन लो बैटरी का मैसेज दिखाती है और रिश्तेदार नामक चार्जर नहीं मिलता तो उस समय जो पावर बैंक काम आता है उसे मित्र कहते हैं।
दोस्ती कभी बड़ी नहीं होती, निभाने वाले बड़े होते हैं!
दुनिया में दो तरह के अच्छे दोस्त होते हैं,
एक क्लास वाले और दूसरे गिलास वाले!
कुछ भी कहो राक्षस जाती हँसमुख बहुत थी! हर बात बोलने के बाद हँसते ज़रूर थे! ऐसे ही मेरे दोस्त करते हैं! राक्षस ही हैं वो भी!
जो पूरे बदन को महका दे उसे इत्र कहते हैं! और जो इज़्ज़त की धज्जियाँ उदा दे उसे मित्र कहते हैं!
कमज़ोरियाँ मत खोज मुझ में ऐ दोस्त, मेरी कमज़ोरियों में एक तू भी शामिल है!