एक लड़की नये जूते पहन कर मुश्किल से चल रही थी। एक बुढ़िया ने पूछा: छोरी जूते ऑन लाइन खरीद के लाई के? लड़की भी हरियाणे की थी, और बोली: ना ताई पेड़ से तोड़ के ल्याई सूं! ताई भी हरियाणवी थी, जवाब दिया: छोरी, तोड़ने मे जल्दी कर दी, पाकण देती, तो तेरे नाप के हो जाते!
ज़रूरी सूचना: अगर कोरोना के तीसरे चरण से बचना चाहते हो तो अपने चरणों को घर में ही रखना नहीं तो प्रभु के चरणों में जाने से स्वंय प्रभु भी नहीं रोक पायेंगे!
कल तक साँसे थम जाया करती थी, लेकिन दुनिया चलती रहती थी; और आज दुनिया थम सी गयी है लेकिन साँसे चल रही हैं! #लॉकडाउन
बाप बेटी के लिए करोड़पति लड़का ढूंढ रहा है और बेटी फेसबुक पर पोस्ट कर रही है दहेज़ लेना बंद करो!
नज़रअंदाज़ी का बड़ा शौंक था लोगों का; हमने भी तोहफे में उनको उन्हीं का शौंक दे दिया!
चिड़िया उड़, कबूतर उड़, अप्रैल उड़, मई उड़! एग्जाम उड़, कैरियर उड़, व्यापर उड़, ज़िंदगी उड़!
आज का ज्ञान: जीवन में कोई भी निर्णय जल्दबाज़ी में ना लें! आपको ज़िन्दगी बनानी है मैगी नहीं!
दिल पर शायरी लिखने वाले शायरों ने एक-एकाध शायरी फेफड़ों पर भी लिखी होती तो फेफड़े इस कदर नाराज़ ना होते!
बरात में सब लोग आगे और जनाज़े में सब लोग पीछे चलते हैं! इससे साफ़ पता चलता है कि लोग ख़ुशी में सबसे आगे और दुःख में सबसे पीछे हो जाते हैं!
हम ज़िन्दगी भर ज़मीनों की कीमतों पर इतराते रहे! हवा ने अपनी कीमत माँगी तो ख़रीदी हुई ज़मीनें बिक गयी!