वेबसाइट 'इंटरटेनमेंटवाइज डॉट कॉम' के मुताबिक, 66 वर्षीय श्वार्जनेगर ने 'द टेलीग्राफ' को बताया कि वीडियोगेम इस फिल्म से ज्यादा हिंसक हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हिंसा अब राजनीतिक हो गई है। मैं इस बात में यकीन नहीं रखता कि अगर फिल्मों में हिंसा न हो तो दुनिया में भी हिंसा नहीं होगी। हमारे बच्चे जो वीडियो गेम खेलते हैं, वे इससे कहीं ज्यादा हिंसक हैं।"