पीपुल मैगजीन की खबर के अनुसार, 22 वर्षीय लोवाटो को वर्ष 2011 में मानसिक बीमारी से ग्रस्त होने का पता चला था।
उन्होंने कहा, मानसिक बीमारी किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। इसके लिए मदद उपलब्ध है लेकिन व्यक्ति बिना इलाज के ही रह जाता है। इस बार छुट्टियों मैं इस बीमारी के प्रति जागरुगता फैलाने के लिए प्रयासरत हूं।
अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किये गये एक वीडियो में लोवाटो ने अपने प्रशंसकों से कहा है कि उन्होंने अपने पिता की खातिर इस संगठन को शुरु करने का फैसला किया था। उनके पिता की वर्ष 2013 में मृत्यु हो गयी थी।