क्या फर्क है दोस्ती और मोहब्बत में रहते तो दोनो दिल मे ही हैं, लेकिन फर्क बस इतना है बरसो बाद मिलने पर मोहब्बत नजर चुरा लेती है और दोस्त सीने से लगा लेते हैं। |
रिश्ते कभी जिंदगी के साथ साथ नहीं चलते, रिश्ते एक बार बनते हैं, फिर जिंदगी रिश्तों के साथ साथ चलती है। |
बहुत नाराज़ है, कोई शख्स तेरे जाने से; हो सके तो तू लौट आ, किसी बहाने से; तू लाख खफा सही मगर एक बार तो देख; कोई टूट गया है, तेरे दूर जाने से। |
अच्छे दोस्त सफ़ेद रंग जैसे होते हैं, सफ़ेद में कोई भी रंग मिलाओ तो नया रंग बन सकता है लेकिन दुनिया के सभी रंग मिलाकर भी सफ़ेद रंग नहीं बना सकते। |
रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी; दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी; जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा; उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी। |
आग लगी थी मेरे घर को एक सच्चे दोस्त ने पूछा, "क्या बचा है?" मैने कहा, "मैं बच गया हूँ।" उसने गले लगाकर कहा, "फिर जला ही क्या है?" |
मशहूर होना लेकिन कभी मगरूर मत होना; छू लो कदम कामयाबी के लेकिन अपनों से कभी दूर मत होना; ज़िन्दगी में खूब मिल जाएगी दौलत और शौहरत मगर; अपने ही आखिर अपने होते हैं यह बात कभी भूल ना जाना। |
अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं; दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं; हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी; अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं। |
दोस्त एक ऐसा चोर होता है, जो आँखों से आँसू, चेहरे से परेशानी, दिल से मायूसी, ज़िन्दगी से दर्द और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले। |
शराबी दोस्त रखता हूँ क्योंकि... शराबी दोस्त अच्छे होते हैं "गिलास" ज़रूर तोड़ते हैं मगर दिल नहीं। |