गलतियों से जुदा तु भी नहीं, मैं भी नहीं; दोनों इंसान हैं, ख़ुदा तु भी नहीं, मैं भी नहीं; गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां; वरना फितरत का बुरा तु भी नहीं था, मैं भी नहीं। |
किस्मत ने तुमसे दूर कर दिया; अकेलेपन ने दिल को मज़बूर कर दिया; हम भी ज़िंदगी से मुँह मोड़ लेते मगर; तुम्हारे इंतज़ार ने जीने पर मज़बूर कर दिया। |
गुनाह करके सजा से डरते हैं, ज़हर पी के दवा से डरते हैं, दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमें, हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है। |
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी, कि तुझे अलविदा भी ना कह सका; तेरी सादगी में इतना फरेब था, कि तुझे बेवफा भी ना कहा सका। |
ऐ दोस्त तुम पे लिखना कहाँ से शुरू करूँ; अदा से करूँ या हया से करूँ; तुम्हारी दोस्ती इतनी खूबसूरत है; पता नहीं कि तारीफ ज़ुबाँ से करूँ या दुआ से करूँ। |
बिना विश्वास का रिश्ता बिना नेटवर्क के मोबाइल जैसा है क्योंकि बिना नेटवर्क वाले मोबाइल के साथ लोग सिर्फ "Game" ही खेलते हैं। |
कोई तो दिल का भी सहारा होता है; ज़रूरी नहीं ज़िन्दगी अपने लिए ही प्यारी हो; ज़िन्दगी में कोई तो ज़िन्दगी से भी प्यारा होता है। |
बड़ा अरमान था तेरे साथ जीवन बिताने का; शिकवा है बस तेरे खामोश रह जाने का; दीवानगी इससे बढ़कर और क्या होगी; आज भी इंतज़ार है बस तेरे आने का। |
तेरी खुशबू को ज़रा महसूस करूँगा; तेरी बात को ज़रा गौर से सुनुँगा; अगर तू हसरत को पूरा करे; तो देखना ज़िन्दगी भर तेरी पूजा करूँगा। |
अपने रिश्तों को बारिश की तरह न बनाये, जो आये और चली जाये; बल्कि रिश्ते ऐसे बनाये जो हवा की तरह हमेशा आपके अंग संग रहें। |