दोस्ती कर के देखो, दोस्ती में दोस्त खुदा होता है; यह एहसास तब होता है जब दोस्त, दोस्त से जुदा होता है। |
भूल जाने का हौसला ना हुआ; दूर रह कर भी वो जुदा ना हुआ; उनसे मिल कर किसी और से क्या मिलते; कोई दूसरा उनके जैसा ना हुआ। |
पानी से तस्वीर कहाँ बनती है; ख्वाबों से तकदीर कहाँ बनती है; किसी भी रिश्ते को सच्चे दिल से निभाओ; क्योंकि ये ज़िन्दगी फिर वापस कहाँ मिलती है। |
दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है; किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है; ये तो दिलों का वो खूबसूरत एहसास है; जिसके दम से रौशन ये सारी कायनात है। |
करीब इतना रहो कि सब रिश्तों में प्यार रहे; दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे; रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी; कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरक़रार रहें। |
रिश्तों की है यह दुनिया निराली; सब रिश्तों से प्यारी है यह दोस्ती तुम्हारी; मंज़ूर हैं आँसू भी आँखों में तुम्हारी; ऐ दोस्त अगर आ जाये होंठों पे मुस्कान तुम्हारी। |
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे; अपने अपने हिस्से की दोस्ती निभायेंगे; बहुत अच्छा लगेगा ज़िन्दगी का ये सफर; आप वहाँ से याद करना हम यहाँ से मुस्कुरायेंगे। |
किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों होती है; जो नहीं मिलता उसी से मोहब्बत क्यों होती है; कितने खाएं हैं धोखे इस मोहब्बत की राहों में; फिर भी आँखें उसी के इंतज़ार में क्यों रोती हैं। |
सच्चा दोस्त वो है जो फेल होने पे ताली दे... और पास होने पे गाली दे। |
चले जायेंगे मगर यादें सुहानी छोड़ जायेंगे; आपके दिल में अपनी निशानी छोड़ जायेंगे; कभी रोयेंगे तो कभी मुस्कुरायेंगे; हम इश्क़ की ऐसी कहानी छोड़ जायेंगे। |