तम्मनाओ से भरी हो आपकी ज़िंदगी; ख्वाहिशो से भरा हो आपका हर पल; दामन भी छोटा लगने लगे आपको; इतनी खुशियां दे आने वाला हर पल। सुप्रभात! |
खुशियां करीब हों, जन्नत नसीब हो; आप चाहें जिसे वो सदा आपके करीब हो; कुछ इस तरह हो कर्म खुदा का आप पर; कि ये चाँद तारे भी आपको नसीब हों। शुभ रात्रि! |
एक दुआ माँगते हैं हम अपने खुदा से; चाहते हैं आपकी खुशियाँ पूरे ईमान से; सब हसरतें हो पूरी आपकी; आप सदा यूँ ही मुस्कुराएं दिल-ओ-जान से। सुप्रभात! |
आसमान का चाँद तेरी बाहों में हो; तू जो चाहे तेरी आँखों में हो; हर वो ख्वाब हो पूरा जो तेरी आँखों में हो; खुश किस्मती की हर लकीर तेरे हाथों में हो। शुभ रात्रि! |
भीगे मौसम की खुशबु इन हवाओं में हो; आप की यादों का एहसास इन फ़िज़ाओं में हो; यूँ ही सदा रहे आपके चेहरे पे मुस्कुराहट; खुदा करे ऐसा असर हमारी दुआओं का हो। सुप्रभात! |
चाँद को बिठा कर पहरे पर तारों को दिया निगरानी का काम; एक रात सुहानी आपके लिए, एक प्यारा सा सपना आपकी आँखों के नाम। शुभ रात्रि! |
खिलखिलाती सुबह, ताज़गी से भरा सवेरा है; फूलों और बहारों ने आपके लिए यह रंग बिखेरा है; कह रही है सुबह आपसे कि जाग जाओ जल्दी; क्योंकि बिन आपकी मुस्कुराहट के यह सब अधूरा है। सुप्रभात! |
फूलों की सुगंध से सुगंधित हो जीवन तुम्हारा; तारों की चमक से चमक जाये जीवन तुम्हारा; सजे महफिलें आपके जन्मदिन पर हर साल ऐसी; खुशियों से भर जाये घर का आँगन तुम्हारा। जन्मदिन मुबारक! |
ज़िंदगी कितनी खूबसूरत है? यह देखने के लिए हमे ज्यादा दूर जाने की ज़रुरत नहीं है। जहाँ हम अपनी आँखें खोल लें, वहीं हम इसे देख सकते हैं। सुप्रभात! |
तनहा जब दिल होगा आपको आवाज़ दिया करेंगे; रात में सितारों से आपका ज़िक्र किया करेंगे; आप आये ना आये हमारे ख्वाबों में; हम बस आपका इंतज़ार किया करेंगे। शुभ रात्रि! |