एक बार संता साइकिल चला रहा था कि अचानक एक आदमी साइकिल से टकरा गया।
आदमी गुस्से में बोला, "तेरे से घंटी नहीं मारी जाती?"
संता: भाई साहब, पूरी साइकिल तो मार दी, अब घंटी अलग से मारूं?
संता पंजाब यूनिवर्सिटी में कर्मचारियों के लिए आरक्षित शौचालय में गया। अंदर सीट पर बैठा तो सामने लिखा हुआ था कि
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"इतना जोर पढ़ाई पर देते तो आज किसी अच्छी सीट पर बैठे होते"।
जीतो संता से बहुत ही प्यार से बोली, "सुनिए जी, आज मेरा जन्म दिन है। मुझे कोई महंगी सी चीज़, प्लीज़ ले दो।"
संता: चलो तुम तैयार हो जाओ, हम राशन लेने चलते हैं।
संता ने पान खरीद कर जीतो को खाने के लिए दे दिया।
जीतो: आपने अपने लिए क्यों नहीं लिया?
संता: मैं इसके बिना भी खामोश रह सकता हूँ।
संता: अगर मेरी लोटरी निकल आये तो तू क्या करेगी?
जीतो: मैं आधे पैसे लेकर तुझे तलाक़ दे दूँगी।
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संता: मेरी 1000 रुपये की निकली है, ये ले 500 रुपये और दफ़ा हो जा कमीनी।
संता: वकील साहिब, मेरी वासियत लिख दो। मैं मरने के बाद अपना सब कुछ 'यतिम खाने' को दान करना चाहता हूँ।
वकील : क्या क्या है तुम्हारे पास?
संता: 1 बीवी और 2 बच्चे।
बंता: तुम्हे "टॉम और जैरी" के सबसे मज़ेदार चीज़ क्या लगती है?
संता: पूरा दिन नंगे घूमेंगे; और जब नहाने के लिए जायेंगे, तो स्विमिंग सूट पहन के जायेंगे।
भिखारी: साहब 20 रुपये दो, चाय पीनी है।
संता: लेकिन चाय तो 10 रुपये की मिलती है?
भिखारी: साहब, गर्लफ्रेंड भी पीयेगी।
संता: अरे वाह, भिखारी ने गर्लफ्रेंड बना ली?
भिखारी: नहीं साहब, गर्लफ्रेंड ने भिखारी बना दिया।
संता: मेरे घर लड़की हुई है।
बंता: बहुत खुशी की बात है, लेकिन जब वो बड़ी होगी तब सारे लड़के उसे छेड़ेंगे।
संता: इसका भी उपाय कर लिया है मैने।
बंता: क्या?
संता: मैने उसका नाम 'दीदी' रख दिया है।
संता के घर में चोर आ गया, जैसे ही संता ने चोर को देखा तो चोर भागने लगा। संता भी पीछे पीछे भागा और चोर से आगे निकल गया।
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संता ने कहा, "एक तो चोरी ऊपर से मेरे साथ दौड़।"



