बंता: पप्पू तेरे पापा की तो रसगुल्ले की दुकान है, तेरा खाने का मन नहीं करता?
पप्पू: बहुत मन करता है अंकल... लेकिन पापा गिन कर रखते हैं इसलिए बस चूस के वापिस रख देता हूँ।
टीचर: 'हिम्मत ए मर्दा तो मदद ए खुदा' का मतलब बताओ?
पप्पू: जो अपनी बीवी के सामने मर्द बनने की कोशिश करता है उसकी मदद फिर खुदा ही कर सकता है।
टीचर: एक टोकरी में 10 आम थे, 3 सड़ गए तो कितने आम रहे?
पप्पू: 10
टीचर: वो कैसे?
पप्पू: जो सड़ गए वो भी तो आम ही रहेंगे। सड़ने से केले थोड़ी बन जायेंगे।
टीचर: अगर तुम्हारी पैंट की एक जेब में 1000/- रुपये और दूसरी जेब में भी 1000/- रुपये हों तो तुम क्या सोचोगे?
पप्पू: यही कि मैं कहीं पापा की पैंट तो नहीं पहन आया।
बंता: और बेटा पढ़ाई कैसी चल रही है?
पप्पू: बस अंकल चलते-चलते बहुत दूर चली गयी मुझ से।
टीचर: भाईचारे का प्रयोग करते हुए कोई वाक्य बनाओ।
पप्पू: मैंने दूध वाले से पूछा, तुम दूध इतना महंगा क्यों बेचते हो? तो वह बोला, 'भाई चारा' महंगा हो गया है।
बंटी, पप्पू को अपना फ़ोन दिखाते हुए,
"यार ये लड़की आज-कल मुझसे बड़े अच्छे से बात कर रही है।"
पप्पू: अबे ब्लॉक कर दे 'रक्षाबंधन' आने वाला है।
टीचर: सेमेस्टर सिस्टम से क्या फायदा है, बताओ?
पप्पू: फायदा तो पता नहीं, पर बेइज्जती साल में दो बार हो जाती है।
पप्पू के पड़ोस वाली आँटी ने पप्पू से पूछा,
"और बेटा क्या कर रहे हो?"
पप्पू: आँटी मैं साईंटिस्ट हूँ।
आँटी: अरे वाह, क्या बनाते हो तुम?
पप्पू: बैठे-बैठे ऑक्सीजन को कार्बन डाइऑक्साइड में बदलता हूँ।
टीचर: यह जो इंटरनेट पर अश्लीलता है, उसे आप कैसे देखते हैं?
पप्पू: जी Full HD में।