जीतो: एक भिखारी ने मेरी बेइज्जती की है!
संता: वो कैसे?
जीतो: कल मैंने उसे खाना खिलाया था और आज वह मुझे एक किताब देकर गया है, "स्वादिष्ट पकवान कैसे बनाएँ?"

प्रीतो: हसीन औरत कभी किसी का पीछा नहीं करती!
बंता: क्यों?
प्रीतो: क्या तुमने कभी किसी चूहेदान को चूहे के पीछे भागते देखा है?

संता: फैशन की भी हद होती है, महीने में डेढ़ दो किलो तो तुम 'लिपिस्टिक' ही खा जाती हो!
जीतो: क्यों झूठ बोलते हो, लगभग 1 किलो तो आपके पेट में ही जाती है!

जीतो की दादी जीतो के बच्चे को, "सोजा डिप्लोमा सोजा"!
पड़ोसन: 'डिप्लोमा' क्यों बुलाती हो इसे?
दादी: मेरी पोती कॉलेज 'डिप्लोमा' लेने गयी थी, ये लेकर आई है!

जीतो: डॉक्टर साहब, मेरे कान में मटर का पौधा उग आया है!
डॉक्टर: यह तो बड़ी हैरानी की बात है!
जीतो: जी हां, डॉक्टर साहब! हैरानी की बात तो है ही क्योंकि मैंने तो अपने कान में भिन्डी के बीज डाले थे!

प्रीतो ने बंता के गाल पर थप्पड़ मारकर मच्छर मार दिया!
बंता (गुस्से से): क्यों मारा?
प्रीतो: मेरे होते हुए कोई दूसरा तुम्हारा खून पिए, ये मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती!

जीतो: मेरी 20 साल तक कोई औलाद नहीं हुई!
प्रीतो: फिर आपने क्या किया?
जीतो: फिर मैं 21 साल की हो गई, तो पापा ने मेरी शादी कर दी! फिर जाके पप्पू हुआ!

जीतो: क्या कर रहे हो?
संता: मक्खियाँ मार रहा हूँ!
जीतो: कितनी मारी?
संता: 3 मेल और 2 फिमेल!
जीतो: कैसे मालूम?
संता: क्योंकि 3 दारू की बोतल पर थी और 2 फ़ोन पर!

संता: तुने सुना होगा, माँ-बाप के कर्मों का फल बेटों को मिलता है!
जीतो: लेकिन कभी-कभी माँ-बाप के कर्मों का फल, उनके दमादों को भी भुगतना पड़ता है!

संता: कल मेरे ख्वाब में एक लड़की आई थी! वाह! क्या लड़की थी!
जीतो: अकेली आई होगी?
संता: हाँ, तुम को कैसे पता?
जीतो: उसका पति मेरे ख्वाबों में आया था!