पप्पू ने परीक्षा हॉल में सूसू कर दिया।
अध्यापक: ये क्या किया?
पप्पू: आपने ही तो कहा था इधर-उधर न देखो, जो आ रहा है कर दो, तो मैने कर दिया।
बंटी पप्पू से: मेरे दोस्त ने चुपके से मेरे मोबाईल से मेरी गर्लफ्रेंड का नंबर ले लिया।
पप्पू: फिर क्या हुआ?
बंटी: बेवकूफ कल रात से खुद की बहन को रोमांटिक मैसेज भेज रहा है।
संता पप्पू से: बेटे, तुम्हारे दादा जी ने शादी की और पछताए। मैंने शादी की और पछता रहा हूं। अब तुम क्या करोगे?
पप्पू: और कर ही क्या सकता हूं। वंश-परम्परा निभाऊंगा । शादी करूंगा और फिर पछताऊंगा।
संता के शहर में जोरदार भूकंप आया मगर सौभाग्य से संता का परिवार सुरक्षित बच गया।
बुरी तरह से डरे हुए संता ने अपने दोनों बच्चों को सुरक्षा के लिहाज से अपने मित्र बंता के पास मुंबई भेज दिया।
तीन दिन बाद ही संता को अपने मित्र बंता का तार मिला जिसमें लिखा था: तुम्हारे बच्चों को वापिस भेज रहा हूं, चाहो तो भूकंप को यहां भेज सकते हो।
चलती ट्रेन में टिकट चेकर ने पठान से टिकेट माँगा तो वह बोला: मेरा चेहरा ही टिकट है।
टिकट चेकर: तब तो आपको डबल जुर्माना देना होगा।
संता शराब पी कर बस में चढ़ गया।
बंता: तुम नरक के रास्ते पर जा रहे हो।
संता(चिल्लाया): ओये, रोको, रोको... बस रोको, मैँ गलत बस में सवार हो गया।
संता: अरे पप्पू बेटा क्या हुआ? आज तुम तराजू और बाट लेकर स्कूल क्यों जा रहे हो?
पप्पू: पापा, कल सर ने हमें सिखाया था कि हमें हर बात को नाप-तौल कर बोलना चाहिए। इसीलिए।
संता और जीतो में झगड़ा हो रहा था।
जीतो: काश मैं अपनी माँ की बात मान लेती और तुमसे शादी ना करती।
संता: क्या मतलब तुम्हारी माँ ने मुझसे शादी करने के लिए मना किया था?
जीतो: और नहीं तो क्या।
संता: हे भगवान! मैं आज तक उस नेक औरत को कितना बुरा समझता रहा जिसने मुझे बचाना चाहा।
पप्पू: लगता है मैं अंधा हो गया हूँ।
डॉक्टर ने आँख चेक की और बोला: नहीं बेटा तुम्हारी आँखें तो बिल्कुल ठीक हैं।
पप्पू: तो फिर अखबार में 'सफल' विद्यार्थियों की लिस्ट में मेरा रोल नंबर क्यों नहीं नजर आ रहा था?
पप्पू अपने घर गया और घर की घंटी बजाई।
तो अंदर से उसकी बहन पिंकी बोली: कौन?
पप्पू: मैं।
पिंकी: मैं कौन?
पप्पू: तुम पिंकी... और कौन, पगली।



