बीमार बीवी की शायरी:
तबियत ख़राब थी, ना कोई दवा ना कोई ताबीज काम आया,
फोन कर के पति से लड़ी फिर जाकर थोड़ा आराम आया!
पति: तुझमे रब दिखता है यारा मैं क्या करूँ?
पत्नी: करना क्या है, हर रोज़ माथा टेक कर २ हज़ार का नोट चढ़ा दिया करो!
शादी का मंगलसूत्र पहनने के बाद मंगल पति के पीछे लग जाता है और ज़िन्दगी के सारे सूत्र बीवी के हाथ में चले जाते हैं!
पत्नी: आप छोड़ने आओ तो ही मैं मायके जाँऊगी!
पति: ओके, पर मेरी भी एक शर्त है, मैं लेने आऊं तो ही वापस आना!
पत्नी: जरा किचन से आलू लेते आना!
पति: यहां तो कहीं आलू दिख नहीं रहे हैं!
पत्नी: तुम तो हो ही अंधे, कामचोर हो! एक काम ढंग से नहीं कर सकते, मुझे पता था कि तुम्हें नहीं मिलेंगे, इसलिए मैं पहले ही ले आई थी!
पत्नी: हर संडे जो तुम मछली पकड़ने जाते हो ना!
पति: हाँ हाँ तो क्या हुआ?
पत्नी: वो मछली आज घर आई थी!
पत्नी: ये Complete और Finish में क्या अंतर है?
पति: जैसे मैं तुम्हें मिल गया तुम्हारी लाइफ हो गई Complete और तुम मुझे मिल गई तो मेरी लाइफ हो गई Finish!
पत्नी: पापा का फोन आया है, कह रहे हैं कि आपके साले के लिए लड़की देखने जाना है, आपको भी चलना है!
पति: ससुर जी से कह दो, अपने हिसाब से देख लें, यहाँ तो मेरा खुद का फैंसला गलत हुआ पड़ा है!
पत्नी: देखो जी, काम करते वक़्त मेरे को किस विस न किया करो!
तभी कामवाली बोली: मैडम जी, अच्छी तरह से समझा दो, मैं तो बोल बोल कर थक गई!
पति: पानी पीला दो!
पत्नी: प्यास लगी है क्या?
पति: नहीं गला चेक करना है कहीं से लीक तो नहीं हो रहा है!



