असली दोस्त गणितज्ञ होना चाहिए, जो खुशियों में गुणा कर दें, दुःखों में भाग दें, बुराइयों को घटा दें, और गुणों को जोड़ दें।
ये दोस्ती का गणित है साहब,
यहाँ दो में से एक गया तो कुछ नहीं बचता!
बिन सावन बरसात नहीं होती,
सूरज डूबे बिन रात नहीं होती;
होते हैं कुछ ऐसे दोस्त ऐसे भी,
जिनको याद किए बिना दिन की शरुआत नहीं होती!
कभी हमारी दोस्ती पर शक हो तो अकेले में एक सिक्का उछालना। अगर हेड आया तो हम दोस्त और अगर टेल आया तो...
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पलट देना यार अकेले में कौन देखता है।
दोस्त ज़िन्दगी में ख़ुशी लाने वाले होने चाहिए।
दुःख देने के लिए तो पूरी दुनिया ही तैयार बैठी है।
हमारी सल्तनत में देख कर कदम रखना ऐ दोस्त;
क्योंकि हमारी दोस्ती की क़ैद में जमानत नहीं होती।
लोग दौलत देखते हैं, हम इज़्ज़त देखते हैं;
लोग मंज़िल देखते हैं, हम सफ़र देखते हैं;
लोग दोस्ती बनाते हैं, हम उसे निभाते हैं।
बस साथ चलते रहो ऐ दोस्त,
कुछ पल की नही, यह दोस्ती हमें उम्र भर चाहिए।
जो दोस्त 'कमीने' नहीं होते;
वो कमीने 'दोस्त' ही नहीं होते।
इश्क़ में नस काट लेना भी आसान था पर दोस्त इतने कमीने थे कि...
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सालों ने दारु पिला के उसी की बारात में नचवा दिया।