यूँ रिश्ता निभाएंगे कि आपकी आँखों में खुद के लिए फिक्र छोड़ जाएंगे;
कल हम भले ही हों ना हों;
लेकिन आपकी हर एक याद में अपना ज़िक्र छोड़ जाएंगे।
नहीं चाहिए मुझे ऐसा कोई तोहफा जो मेरी उम्र बढ़ा दे;
दे दे मुझे कोई ऐसी दुआ जो मुझे चैन की नींद सुला दे।
निकलते हैं तेरे आशियाँ के आगे से;
सोचते हैं की तेरा दीदार हो जायेगा;
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा।
काश मुझे भी कोई प्यार करे;
काश मुझे पर भी कोई ऐतबार करे;
निकलता हूँ यूँही चाहत की तलाश मे;
काश प्यार की राहों मे मेरा भी कोई इंतज़ार करे।
आँखें खोलूं तो चेहरा उसका हो;
आँखें बंद करूँ तो सपना उसका हो;
मर जाऊं तो ग़म नहीं;
अगर कफ़न के बदले दुपट्टा उसका हो।
छुप-छुप कर तन्हा रो लूंगा;
अब दिल का दर्द किसी से ना बोलूंगा;
नींद तो आती नहीं रातों को मुझे;
जब रुकेगी धड़कन तो जी भर के सो लूंगा।
हम तेरे साथ चलेंगे तू चले ना चले;
तेरा हर दर्द सहेंगे तू कहे ना कहे;
सजी रहेगी दुनियां तेरी खुशियों से हमेशा;
चाहे हम इस दुनियां में रहें ना रहें।
ऐ खुदा एक पल के लिए उसे मेरा बना दे;
कितना चाहते हैं उसे कोई ये बता दे;
हर पल देखूं सिर्फ़ सपने उसी के;
ना जागूं कभी, खुदा ऐसी नींद सुला दे।
कुछ अरमान उन बारिश की बूंदों की तरह होते है;
जिनको छुने की ख्वाहिश में, हथेलिया तो गीली हो जाती है;
पर हाथ हमेशा खाली रह जाते हैं।
कभी ज़िंदगी में ऐसी शाम तो आए;
बेचैन सी इन सांसो को आराम तो आए;
ना रह जाएगी कोई रज़ा फिर उस खुदा से दोस्तो;
इकरार का उनका कोई पैगाम तो आए।