दोस्ती का फ़र्ज़ यूँ ही निभाते रहेंगे, वक्त बेवक्त आपको सताते रहेंगे; दुआ करो कि उम्र लम्बी हो हमारी, वरना याद बन के आपको सताते रहेंगे! |
आदतें अलग हैं मेरी दुनिया वालों से; दोस्त कम रखता हूँ पर लाजवाब रखता हूँ! |
कमजोरियां मत खोज मुझ में ऐ दोस्त; एक तू भी शामिल है मेरी कमज़ोरियों में! |
सलामत रहे वो शहर जिनमें तुम बसे हो दोस्तों; हम तुम्हारी खातिर पूरे शहर को दुआ देते हैं! |
दोस्तों की महफ़िल जमे एक ज़माना हो गया, लगता है जैसे खुल के जिए एक ज़माना हो गया; काश कहीं मिल जाए वो काफिला दोस्तों का, ज़िन्दगी जिए एक ज़माना हो गया! |
दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है; महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है। |
क़िताब-ए-दिल का कोई भी स़फा ख़ाली नहीं होता, दोस्त वहाँ भी हाल पढ़ लेते हैं, जहाँ कुछ लिखा नहीं होता! |
बोसा-ए-रुख़्सार पर तकरार रहने दीजिए; लीजिए या दीजिए इंकार रहने दीजिए! |
गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा के लाए थे; खिलखिलाना दोस्तों ने तोहफे में दे दिया! |
खता मत गिन दोस्ती में, कि किसने क्या गुनाह किया; दोस्ती तो एक नशा है, जो तूने भी किया और मैंने भी किया! |