टीचर: अगर अपना करेक्टर सुधारना है तो सब औरतों को अपनी माँ कहा करो।
पप्पू: इससे मेरा करेक्टर तो ठीक हो रहेगा, पर मेरे बाप का बिगड़ जायेगा।
संता: एक काम नहीं होता तुमसे, तुमको "धनिया का पत्ता" लाने बोला था तो तुम "पुदीना" ले आये हो। तुमको धनिया औऱ पुदीना में फ़र्क पता नहीं चलता। तुम जैसे बेवकूफ को घर में रखने से अच्छा है कि तुम घर से निकल जाओ।
पप्पू: तो साथ ही चलते हैं घर से?
संता: क्यों?
पप्पू: क्योंकि माँ कह रही है कि ये मेथी है।
संता: बेटा तुम्हारे रिजल्ट का क्या हुआ?
पप्पू: पापा 80% आये हैं!
संता: पर मार्कशीट पर 40% लिखा है!
पप्पू: बाकी के 40% आधार कार्ड से लिंक होने पर सीधे अकाउंट में आयेंगे!
टीचर: अगर आपने ऊँचे सपने देखने हैं, तो आप क्या करेंगे?
पप्पू: अगर हमको ऊँचे सपने देखने हों तो Terrace पर जाकर सो जाना चाहिए!
पप्पू रो रहा था।
बंटी: तुम क्यों रो रहे हो?
पप्पू: मेरी मुर्गी मर गई है।
बंटी: इतना तो मैं अपने चाचा के मरने पर भी नहीं रोया था।
पप्पू: तुम्हारे चाचा कौन से अंडे देते थे।
आज पप्पू ने साइंस को हिला डाला।
टीचर: छिपकली कौन है?
पप्पू: छिपकली एक गरीब मगरमच्छ है जिसे बचपन में Bournvita नहीं मिला और वो कुपोषण का शिकार हुई।
शिक्षक: बस इरादे बुलन्द होने चाहिए, पत्थर से भी पानी निकाला जा सकता है।
पप्पू: मैं तो लोहे से भी पानी निकाल सकता हूँ।
शिक्षक: कैसे?
पप्पू: हैंड पम्प से।
टीचर: तुमने Home Work क्यों नहीं किया?
पप्पू: मैं हॉस्टल में रहता हूँ।
टीचर: तो?
पप्पू: हॉस्टल में Home Work कैसे कर सकता हूँ? हॉस्टल वर्क देना चाहिए था न।
बंटी: ओये सुन 2nd Year का रिजल्ट आ गया क्या?
पप्पू: हाँ आ गया और तमीज़ से बात कर।
बंटी: क्यों?
पप्पू: क्योंकि अब मैं तेरा सीनियर हूँ।
संता: फोन पर कौन था?
पप्पू: दोस्त था।
संता: वास्तव में कौन था?
पप्पू: संजय दत्त।