पप्पू ने परीक्षा हॉल में सूसू कर दिया।
अध्यापक: ये क्या किया?
पप्पू: आपने ही तो कहा था इधर-उधर न देखो, जो आ रहा है कर दो, तो मैने कर दिया।
बंटी पप्पू से: मेरे दोस्त ने चुपके से मेरे मोबाईल से मेरी गर्लफ्रेंड का नंबर ले लिया।
पप्पू: फिर क्या हुआ?
बंटी: बेवकूफ कल रात से खुद की बहन को रोमांटिक मैसेज भेज रहा है।
संता: अरे पप्पू बेटा क्या हुआ? आज तुम तराजू और बाट लेकर स्कूल क्यों जा रहे हो?
पप्पू: पापा, कल सर ने हमें सिखाया था कि हमें हर बात को नाप-तौल कर बोलना चाहिए। इसीलिए।
पप्पू: लगता है मैं अंधा हो गया हूँ।
डॉक्टर ने आँख चेक की और बोला: नहीं बेटा तुम्हारी आँखें तो बिल्कुल ठीक हैं।
पप्पू: तो फिर अखबार में 'सफल' विद्यार्थियों की लिस्ट में मेरा रोल नंबर क्यों नहीं नजर आ रहा था?
पप्पू अपने घर गया और घर की घंटी बजाई।
तो अंदर से उसकी बहन पिंकी बोली: कौन?
पप्पू: मैं।
पिंकी: मैं कौन?
पप्पू: तुम पिंकी... और कौन, पगली।
भिखारी (बच्चे से): एक रुपए का सवाल है बच्चा।
पप्पू: गणित के मास्टर साहब बगल में हैं, उन्हीं से पूछ लो।
अध्यापक: वर्तमान में लड़के आगे हैं या लड़कियां?
पप्पू: लड़कियां!
अध्यापक: वो कैसे?
पप्पू: क्योंकि लड़कियां आगे रहती हैं, तभी तो लड़के उनके पीछे चलते हैं।
पप्पू(अपने पिता से): पापा रावण कौन था?
संता(पप्पू को डांटते हुए): अरे इतना भी नहीं मालूम! तू स्कूल में क्या पढ़ता है? जा टेबल पर से 'महाभारत' उठा ला, मैं तुम्हे अभी बताता हूँ।
अध्यापक: मेरे पापा काम पर गए हैं, इसका फ्यूचर टेंस बताओ?
पप्पू: वो कल भी जाएंगे। किसी में हिम्मत हो तो रोक कर दिखाएं।
अध्यापक: तुम आज फिर क्यों लेट हो गए ?
पप्पू: सर, आज मैनें एक मरे हुए आदमी को भागते हुए देखा।
अध्यापक: क्या? ऐसा कैसे हो सकता है ?
पप्पू: आपको विश्वास नहीं हैं तो बंटी से पूछ लो वो भी लेट हो गया था। हम दोनों ही भागते हुए आ रहे थे तो रास्ते में एक मरा हुआ आदमी पड़ा था।



