जिहाल-ए-मस्ती मकुन-ब-रन्जिश, बहाल -ए-हिज्र बेचारा दिल है!
फिल्म गुलामी (1985) के इस गाने का आज तक मतलब समझ ना आने के बावजूद भी सुन रहे हो ना...
तो #Budget2021 से क्या तकलीफ है?
~ निर्मला सीतारमण
आपके घर में रखा टीवी अब टीवी नहीं भाजपा का कार्यकर्त्ता है!
झुमका भी न इतना गिरा बरेली की बाजार में;
जितना मीडिया गिर गया है भाजपा की सरकार में!
बजट में सोने की ड्यूटी कम कर दी गयी है! अब देर तक सोने वालों को जल्दी उठना पड़ेगा! #Budget2021
पेट्रोल भी महंगा, शराब भी महंगी! ना घूम सकते हो, ना झूम सकते हो! #Budget2021
कल जिन लोगों के पास पैन कार्ड तक नहीं है वो भी बजट पर बहस करते दिखाई दिए! #Budget2021
बजट को समझने के लिए ज़्यादा दिमाग ना लगायें! फायदे गिनाने के लिए सुधीर चौधरी और नुक्सान गिनाने के लिए रविश कुमार रखे हुए हैं! #Budget2021
अमीरों को मिलेगी सब्सिडी, गरीबों को मिलेगी रिबेट; मिडिल क्लास बस बैठ कर टीवी पर देखती रहेगी डिबेट!
अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए सरकार को सुझाव: बैंकों का नहीं बैंक खातों का विलय करो! जैसे मेरे खाते का मुकेश अंबानी के खाते का साथ!
समस्या किसी ब्रांड के लोगो में नहीं...
समस्या भारतीय लोगों के दिमाग में है!