आज सुबह जब काम वाली को बोला कि झाड़ू लगा दो तो वो भी तपाक से बोली,
"भाजपा से हूँ मैं, पोछा चाहे 10 बार लगवा लो, झाड़ू को हाथ नहीं लगाऊंगी।"
दिल्ली मुख्य मंत्री का पहला फैसला - बाइक पर तीन सवारी अब वैध है।
ताकि भाजपा के विधायक एक ही बाइक पर बैठ कर विधान सभा जा सकें।
अब सारे यू पी वाले दिल्ली बार्डर पर मिला करेंगे।
उधर लैपटॉप फ्री, इधर WiFi फ्री।
किरण बेदी: सर अब क्या करना है?
अमित शाह: पैग रिपीट कर और पापड़ तल दे।
भाजपा का भी यारो अजीब गम है;
पहले चार कम थे, अब चार से भी कम हैं।
इससे तो एग्जिट पोल ही अच्छे थे।
~ भाजपा
अब मेरा सीधा सवाल केजरीवाल जी से ये है कि मै आज नेट पैक डलवाऊँ या आप कल सुबह से WiFi चालू करवा देगे।
यह गलत बात है, बात झाड़ू लगाने की हुई थी, "आप" ने तो पोंछा लगा दिया।
दरअसल किरण जी ने 'कमर तोड़' मेहनत की जगह 'कमल तोड़' मेहनत की।
मोदी जी की "हवा" इतनी तेज़ थी कि बेचारे सारे भाजपा नेता उसी में उड़ गए।



