संता लंगड़ाता हुआ जा रहा था और उसके कपड़े फटे हुए थे।
बंता ने पूछा: क्या हुआ भाई? यह हालत कैसे हुई तुम्हारी?
संता: क्या बताऊं यार, बीवी को मुझे पिटवाने की नई तरकीब सूझी थी!
बंता: कैसी तरकीब?
संता: बीवी ने मुझे झाड़ू खरीदने भेजा था। वापस आ रहा था, तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुझे 'आप' का कार्यकर्ता समझ लिया!
आपने कभी ध्यान दिया, इस साल के चुनाव के लिए एक स्नातक (Bachelors) पार्टी है।
नरेंद्र मोदी,
राहुल गांधी,
मायावती,
ममता बैनर्जी,
अन्ना हज़ारे।
देश का भविष्य केवल कुंवारा व्यक्ति ही बदल सकता है।
क्योंकि शादीशुदा इंसान तो टीवी का चैनल भी अपनी मर्ज़ी से नहीं बदल सकता।
कितना अजीब होता है "सत्यमेव जयते" द्वारा भारत में दहेज प्रथा उसी टीवी पर देखना - जो आपको दहेज मे मिला था!
ग़रीबों की थाली में शाही-पुलाव आ गया;
लगता है शहर में फिर से चुनाव आ गया।
मैं तो पहले ही कह रहा था ये WhatsApp और Facebook मिले हुए हैं।
देश कांग्रेस से परेशान है;
कांग्रेस राहुल से परेशान है;
राहुल मोदी से परेशान है;
मोदी केजरीवाल से परेशान हैं;
केजरीवाल 'बिन्नी' से परेशान है।
इस सब के बीच साधारण आदमी परेशान है "ये सुबह-सुबह बाथरूम की टंकी में बर्फ कौन घोल गया।"
राहुल: माँ आपकी वजह से मेरी शादी नहीं हो रही है।
सोनीया: वो कैसे?
राहुल: आपके हर पोस्टर में लिखा होता है, "सोनीया को 'बहु मत' दो!"
कल भाजपा वाले दिल्ली में दस हजार लोगों को मुफ्त चाय पिलायेंगे, काश बचपन में मोदी जी दारू बेचते!
केजरीवाल अस्तीफा:
'झाड़ू' की उम्र वैसे भी 40-50 दिन से ज्यादा नहीं होती।
आज से सचमुच ठंड खत्म;
क्योंकि आज अरविन्द केजरीवाल ने अपना मफलर उतार दिया है।



