आज समय है रजाई का अविष्कार करने वाली महान आत्मा को शत-शत नमन करने का।
कसम से कमाल की चीज बनाई है।
दुनिया में अच्छे आदमी की तलाश में मत निकलना,
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बाहर बहुत ठण्ड है और मैं घर पर ही हूँ।
ज़िन्दगी एक सफ़र है सुहाना,
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सर्दी आ गई अब भाङ में जाए नहाना।
एक जरूरी सूचना:
अब से हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते करें क्योंकि सर्दी का मौसम है और हो सकता है कि सामने वाले ने नाक साफ करने के बाद हाथ नहीं धोए हों।
~ जनहित में जारी
वो आज भी सर्दी में ठिठुर रही है दोस्तों;
मैंने एक बार बस इतना कह दिया कि,
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"स्वेटर के बिना कैटरीना लगती हो।"
हकीकत समझो या फ़साना;
अपना समझो या बेगाना;
हमारा आपका है रिश्ता पुराना;
इसलिए फ़र्ज़ था आपको बताना;
ठंड शुरू हो गयी है, कृपया रोज़ मत नहाना!
सर्दी से बचने का नुस्खा:
सुबह-सुबह सोकर उठो तो किसी के ऊपर एक लोटा ठंडा पानी डाल दो,
उसके बाद वो उठकर आपको ऐसा गरम करेगा कि पूरे दिन भर ठंड नहीं लगेगी।
आज मैंने एक बात नोटिस की, कि सर्दियों में नहाने के लिए गरम पानी से ज़्यादा
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जिगर की ज़रूरत पड़ती है।
आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया;
खत्म सभी का इंतज़ार हो गया;
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से;
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।
शुभ सावन!
रोये वो इस कदर उनकी लाश से लिपटकर कि लाश खुद उठ कर बोली,
"ले तू मरजा पहले,
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उपर ही चढे जा रहा है इतनी गर्मी में।"