तेरी खुशबू को ज़रा महसूस करूँगा;
तेरी बात को ज़रा गौर से सुनुँगा;
अगर तू हसरत को पूरा करे;
तो देखना ज़िन्दगी भर तेरी पूजा करूँगा।
इतना कुछ हो रहा है दुनिया में;
क्या तुम मेरे नहीं हो सकते।
प्यार ना दिल से होता है ना दिमाग से होता है,
प्यार तो इत्तेफ़ाक़ से होता है,
मगर प्यार करके प्यार ही मिले ये इत्तेफ़ाक़ भी किसी किसी के साथ होता है।
नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है;
पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है;
ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में;
कि कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।
चाहने से प्यार नहीं मिलता;
हवा से फूल नहीं खिलता;
प्यार नाम होता है विश्वास का;
बिना विश्वास सच्चा प्यार नहीं मिलता।
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी;
ढूंढ रहे थे हम जिन्हें उन से बात हो गयी;
देखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हम;
बस यूँ समझो वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
होती नहीं है मोहब्बत सूरत से;
मोहब्बत तो दिल से होती है;
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी;
कदर जिनकी दिल में होती है।
सुहाना मौसम और हवा में नमी होगी;
आँसुओं की बहती नदी थमी होगी;
मिलना तो हम तब भी चाहेंगे आपसे;
जब आपके पास वक़्त और हमारे पास साँसों की कमी होगी।
प्यार क्या है?
अगर समझो तो ये भावना है;
इससे खेलो तो ये एक खेल है;
अगर साँसों में हो तो श्वास है;
और दिल में हो तो विश्वास है;
अगर निभाओ तो पूरी ज़िन्दगी है;
और बना लो तो ये पूरा संसार है।
कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है;
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है;
पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से;
तो प्यार जीने की वजह बन जाता है।