Adil Mansuri Hindi Shayari

  • क्यों चलते चलते रुक गए वीरान रास्तो;</br>
तन्हा हूँ आज मैं ज़रा घर तक तो साथ दो!Upload to Facebook
    क्यों चलते चलते रुक गए वीरान रास्तो;
    तन्हा हूँ आज मैं ज़रा घर तक तो साथ दो!
    ~ Adil Mansuri
  • ज़रा देर बैठे थे तन्हाई में;</br>
तेरी याद आँखें दुखाने लगी!Upload to Facebook
    ज़रा देर बैठे थे तन्हाई में;
    तेरी याद आँखें दुखाने लगी!
    ~ Adil Mansuri