Asrarul Haq Majaz Hindi Shayari

  • दफ़्न कर सकता हूँ सीने में तुम्हारे राज़ को;</br>
और तुम चाहो तो अफ़्साना बना सकता हूँ मैं!Upload to Facebook
    दफ़्न कर सकता हूँ सीने में तुम्हारे राज़ को;
    और तुम चाहो तो अफ़्साना बना सकता हूँ मैं!
    ~ Asrarul Haq Majaz
  • ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ मआज़-अल्लाह;</br>
तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं!</br></br>

*मआज़-अल्लाह:  in the protection of God, at the mercy of God  Upload to Facebook
    ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ मआज़-अल्लाह;
    तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं!

    *मआज़-अल्लाह: in the protection of God, at the mercy of God
    ~ Asrarul Haq Majaz