Athar Nasik Hindi Shayari

  • यक़ीन बरसों का इम्कान कुछ दिनों का हूँ;<br/>
मैं तेरे शहर में मेहमान कुछ दिनों का हूँ!<br/><br/>
*इम्कान: Possibility, Contingent, ExistenceUpload to Facebook
    यक़ीन बरसों का इम्कान कुछ दिनों का हूँ;
    मैं तेरे शहर में मेहमान कुछ दिनों का हूँ!

    *इम्कान: Possibility, Contingent, Existence
    ~ Athar Nasik