Azad Gulati Hindi Shayari

  • आसमाँ एक सुलगता हुआ सहरा है जहाँ;</br>
ढूँढता फिरता है ख़ुद अपना ही साया सूरज!</br>
*सहरा: रेगिस्तानUpload to Facebook
    आसमाँ एक सुलगता हुआ सहरा है जहाँ;
    ढूँढता फिरता है ख़ुद अपना ही साया सूरज!
    *सहरा: रेगिस्तान
    ~ Azad Gulati
  • एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी;<br/>
एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया!Upload to Facebook
    एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी;
    एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया!
    ~ Azad Gulati
  • एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी;<br/>
एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया!Upload to Facebook
    एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी;
    एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया!
    ~ Azad Gulati