Azeem Murtuza Hindi Shayari

  • जो हो सके तो चले आओ आज मेरी तरफ़;<br/>
मिले  भी देर हो गई  और जी भी उदास है।Upload to Facebook
    जो हो सके तो चले आओ आज मेरी तरफ़;
    मिले भी देर हो गई और जी भी उदास है।
    ~ Azeem Murtuza