Farhat Ehsas Hindi Shayari

  • एक बोसे के भी नसीब न हों;</br>
होंठ इतने भी अब ग़रीब न हों!</br></br>
*बोसे: चुम्बनUpload to Facebook
    एक बोसे के भी नसीब न हों;
    होंठ इतने भी अब ग़रीब न हों!

    *बोसे: चुम्बन
    ~ Farhat Ehsas
  • किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती;</br>
है यही एक ख़राबी मेरी तन्हाई की!Upload to Facebook
    किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती;
    है यही एक ख़राबी मेरी तन्हाई की!
    ~ Farhat Ehsas
  • किसी कली किसी गुल में किसी चमन में नहीं;</br>
वो रंग है ही नहीं जो तेरे बदन में नहीं!Upload to Facebook
    किसी कली किसी गुल में किसी चमन में नहीं;
    वो रंग है ही नहीं जो तेरे बदन में नहीं!
    ~ Farhat Ehsas
  • चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है;</br>
अक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है!Upload to Facebook
    चाँद भी हैरान दरिया भी परेशानी में है;
    अक्स किस का है कि इतनी रौशनी पानी में है!
    ~ Farhat Ehsas
  • मैं रोना चाहता हूँ ख़ूब रोना चाहता हूँ मैं;</br>
फिर उस के बाद गहरी नींद सोना चाहता हूँ मैं!Upload to Facebook
    मैं रोना चाहता हूँ ख़ूब रोना चाहता हूँ मैं;
    फिर उस के बाद गहरी नींद सोना चाहता हूँ मैं!
    ~ Farhat Ehsas
  • एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के;<br/>
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के!Upload to Facebook
    एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के;
    अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के!
    ~ Farhat Ehsas
  • वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा;<br/>
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं!Upload to Facebook
    वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा;
    तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से मैं!
    ~ Farhat Ehsas