Fidvi Lahori Hindi Shayari

  • चल साथ कि हसरत दिल-ए-मरहूम से निकले;<br/>
आशिक़ का जनाज़ा है ज़रा धूम से निकले!Upload to Facebook
    चल साथ कि हसरत दिल-ए-मरहूम से निकले;
    आशिक़ का जनाज़ा है ज़रा धूम से निकले!
    ~ Fidvi Lahori