Liaqat Jafri Hindi Shayari

  • कितना दुश्वार है जज़्बों की तिजारत करना;<br/>
एक ही शख़्स से दो बार मोहब्बत करना!<br/>
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    कितना दुश्वार है जज़्बों की तिजारत करना;
    एक ही शख़्स से दो बार मोहब्बत करना!
    *दुश्वार-कठिन
    ~ Liaqat Jafri