Mohammed Alvi Hindi Shayari

  • मैं उस के बदन की मुक़द्दस किताब;</br>
निहायत अक़ीदत से पढ़ता रहा!</br>
*मुक़द्दस: पवित्र</br>
*अक़ीदत: श्रद्धाUpload to Facebook
    मैं उस के बदन की मुक़द्दस किताब;
    निहायत अक़ीदत से पढ़ता रहा!
    *मुक़द्दस: पवित्र
    *अक़ीदत: श्रद्धा
    ~ Mohammed Alvi
  • अब तो चुप-चाप शाम आती है;</br>
पहले चिड़ियों के शोर होते थे!Upload to Facebook
    अब तो चुप-चाप शाम आती है;
    पहले चिड़ियों के शोर होते थे!
    ~ Mohammed Alvi
  • आज फिर मुझ से कहा दरिया ने;</br>
क्या इरादा है बहा ले जाऊँ!Upload to Facebook
    आज फिर मुझ से कहा दरिया ने;
    क्या इरादा है बहा ले जाऊँ!
    ~ Mohammed Alvi
  • हैरान मत हो तैरती मछली को देख कर;</br>
पानी में रौशनी को उतरते हुए भी देख!Upload to Facebook
    हैरान मत हो तैरती मछली को देख कर;
    पानी में रौशनी को उतरते हुए भी देख!
    ~ Mohammed Alvi
  • धूप ने गुज़ारिश की;</br>
एक बूँद बारिश की!Upload to Facebook
    धूप ने गुज़ारिश की;
    एक बूँद बारिश की!
    ~ Mohammed Alvi
  • अंधेरा है कैसे तेरा ख़त पढ़ूँ;</br>
लिफ़ाफ़े में कुछ रौशनी भेज दे!Upload to Facebook
    अंधेरा है कैसे तेरा ख़त पढ़ूँ;
    लिफ़ाफ़े में कुछ रौशनी भेज दे!
    ~ Mohammed Alvi
  • सर्दी में दिन सर्द मिला;<br/>
हर मौसम बेदर्द मिला!Upload to Facebook
    सर्दी में दिन सर्द मिला;
    हर मौसम बेदर्द मिला!
    ~ Mohammed Alvi