Osama Khalid Hindi Shayari

  • पाँव का ध्यान तो है राह का डर कोई नहीं;<br/>
मुझ को लगता है मेरा ज़ाद-ए-सफ़र कोई नहीं!Upload to Facebook
    पाँव का ध्यान तो है राह का डर कोई नहीं;
    मुझ को लगता है मेरा ज़ाद-ए-सफ़र कोई नहीं!
    ~ Osama Khalid