Qaisar Usmani Hindi Shayari

  • मुस्कुराना भी क्या ग़ज़ब है तेरा;<br/>
जैसे बिजली चमक गयी कोई!Upload to Facebook
    मुस्कुराना भी क्या ग़ज़ब है तेरा;
    जैसे बिजली चमक गयी कोई!
    ~ Qaisar Usmani