Rabab Rashidi Hindi Shayari

  • धूप रुख़्सत हुई शाम आई सितारा चमका; <br/>
गर्द जब बैठ गई नाम तुम्हारा चमका!Upload to Facebook
    धूप रुख़्सत हुई शाम आई सितारा चमका;
    गर्द जब बैठ गई नाम तुम्हारा चमका!
    ~ Rabab Rashidi