Rajendra Krishan Hindi Shayari

  • मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है;<br/>
अब आप की ख़ुशी इसे काँटों में तौलिए!Upload to Facebook
    मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है;
    अब आप की ख़ुशी इसे काँटों में तौलिए!
    ~ Rajendra Krishan