Sultan Akhtar Hindi Shayari

  • मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी;</br>
तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नहीं!</br></br>
*सहरा: रेगिस्तानUpload to Facebook
    मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी;
    तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नहीं!

    *सहरा: रेगिस्तान
    ~ Sultan Akhtar