Tahseen Dehlvi Hindi Shayari

  • हुए ज़लील तो इज़्ज़त की जुस्तुजू क्या है;<br/>
किया जो इश्क़ तो फिर पास-ए-आबरू क्या है!Upload to Facebook
    हुए ज़लील तो इज़्ज़त की जुस्तुजू क्या है;
    किया जो इश्क़ तो फिर पास-ए-आबरू क्या है!
    ~ Tahseen Dehlvi