उन्हें चाहना हमारी कमज़ोरी है; उनसे कह ना पाना हमारी मजबूरी है; वो क्यूँ नहीं समझते हमारी खामोशी को; क्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है। |
अपनी आँखों के समुंदर में उतर जाने दे; तेरा मुज़रिम हूँ, मुझे डूब के मर जाने दे; ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको; सोचता हूँ कहूँ तुझसे,मगर जाने दे! |
मुझे उस जगह से भी मोहब्बत हो जाती है; जहाँ बैठ कर एक बार तुम्हें सोच लेता हूँ। |
मैंने कहा बहुत प्यार आता है तुम पर; वो मुस्कुरा कर बोले और तुम्हे आता ही क्या है। |
तेरी ख़ामोशी हमारी कमजोरी हैं; कह नहीं पाना हमारी मज़बूरी हैं; क्यों नहीं समझते हमारी खामोशियो को; क्या खामोशियो को जुबान देना जरुरी है। |
मैं उसका हूं, ये तो जान गया हूँ मैं लेकिन; वो किसका है, ये सवाल मुझे सोने नही देता। |
घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली; सारी गली उनकी फिराक मे निकली; इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से; और हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली। |
काश कि तु चाँद और मैं सितारा होता; आसमान में एक आशियाना हमारा होता; लोग तुम्हे दूर से देखते; नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता। |
छेड़ने का तो मज़ा ही तब है कहो और सुनो; जरा सी बात में तुम खफा हो गये लो और सुनो। |
तेरे गम को अपनी रूह में उतार लूँ; जिंदगी तेरी चाहत में सवार लूँ; मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह; तमाम उम्र बस एक मुलाकात में गुजर लूँ। |