कौन चाहता है खुद को बदलना; किसी को प्यार तो किसी को नफरत बदल देती है! |
संगदिलों की दुनिया है ये, यहाँ सुनता नहीं फ़रियाद कोई; यहाँ हँसते हैं लोग तभी, जब होता है बरबाद कोई! |
इस दुनिया मेँ अजनबी रहना ही ठीक है; लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर! |
मत पूछो की कैसा हूँ मैं; कभी भूल ना पाओगे वैसा हूँ मैं! |
फिर नहीं बसते वो दिल जो एक बार उजड़ जाते है; कब्रें जितनी भी सजा लो पर कोई ज़िंदा नहीं होता! |
इक रात में सौ बार जला और बुझा हूँ; मुफ़्लिस का दिया हूँ मगर आँधी से लड़ा हूँ! |
किसी के जख़्म का मरहम, किसी के ग़म का इलाज़; लोगों ने बाँट रखा है, मुझे दवा की तरह! |
आज कुछ नहीं है मेरे शब्दों के गुलदस्ते में ऐ दोस्त, कभी-कभी मेरी ख़ामोशियाँ भी पढ़ लिया करो। |
एक अज़ीब सा रिश्ता है मेरे और ख्वाहिशों के दरमियाँ, वो मुझे जीने नही देतीं और मैं उन्हें मरने नही देता। |
हमने कब माँगा है तुमसे वफाओं का सिलसिला; बस दर्द देते रहा करो, मोहब्बत बढ़ती जायेगी। |