दोस्ती Hindi Shayari

  • दोस्ती का फ़र्ज़ यूँ ही निभाते रहेंगे,<br/>
वक्त बेवक्त आपको सताते रहेंगे;<br/>
दुआ करो कि उम्र लम्बी हो हमारी,<br/>
वरना याद बन के आपको सताते रहेंगे!Upload to Facebook
    दोस्ती का फ़र्ज़ यूँ ही निभाते रहेंगे,
    वक्त बेवक्त आपको सताते रहेंगे;
    दुआ करो कि उम्र लम्बी हो हमारी,
    वरना याद बन के आपको सताते रहेंगे!
  • आदतें अलग हैं मेरी दुनिया वालों से;<br/>
दोस्त कम रखता हूँ पर लाजवाब रखता हूँ!Upload to Facebook
    आदतें अलग हैं मेरी दुनिया वालों से;
    दोस्त कम रखता हूँ पर लाजवाब रखता हूँ!
  • कमजोरियां मत खोज मुझ में ऐ दोस्त;<br/>
एक तू भी शामिल है मेरी कमज़ोरियों में!Upload to Facebook
    कमजोरियां मत खोज मुझ में ऐ दोस्त;
    एक तू भी शामिल है मेरी कमज़ोरियों में!
  • सलामत रहे वो शहर जिनमें तुम बसे हो दोस्तों;<br/>
हम तुम्हारी खातिर पूरे शहर को दुआ देते हैं!Upload to Facebook
    सलामत रहे वो शहर जिनमें तुम बसे हो दोस्तों;
    हम तुम्हारी खातिर पूरे शहर को दुआ देते हैं!
  • दोस्तों की महफ़िल जमे एक ज़माना हो गया,<br/>
लगता है जैसे खुल के जिए एक ज़माना हो गया;<br/>
काश कहीं मिल जाए वो काफिला दोस्तों का,<br/>
ज़िन्दगी जिए एक ज़माना हो गया!Upload to Facebook
    दोस्तों की महफ़िल जमे एक ज़माना हो गया,
    लगता है जैसे खुल के जिए एक ज़माना हो गया;
    काश कहीं मिल जाए वो काफिला दोस्तों का,
    ज़िन्दगी जिए एक ज़माना हो गया!
  • दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है;<br/>
महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है।Upload to Facebook
    दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है;
    महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है।
  • क़िताब-ए-दिल का कोई भी स़फा ख़ाली नहीं होता,<br/>
दोस्त वहाँ भी हाल पढ़ लेते हैं, जहाँ कुछ लिखा नहीं होता!Upload to Facebook
    क़िताब-ए-दिल का कोई भी स़फा ख़ाली नहीं होता,
    दोस्त वहाँ भी हाल पढ़ लेते हैं, जहाँ कुछ लिखा नहीं होता!
  • बोसा-ए-रुख़्सार पर तकरार रहने दीजिए;<br/>
लीजिए या दीजिए इंकार रहने दीजिए!Upload to Facebook
    बोसा-ए-रुख़्सार पर तकरार रहने दीजिए;
    लीजिए या दीजिए इंकार रहने दीजिए!
  • गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा के लाए थे;<br/>
खिलखिलाना दोस्तों ने तोहफे में दे दिया!Upload to Facebook
    गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा के लाए थे;
    खिलखिलाना दोस्तों ने तोहफे में दे दिया!
  • खता मत गिन दोस्ती में, कि किसने क्या गुनाह किया;<br/>
दोस्ती तो एक नशा है, जो तूने भी किया और मैंने भी किया!Upload to Facebook
    खता मत गिन दोस्ती में, कि किसने क्या गुनाह किया;
    दोस्ती तो एक नशा है, जो तूने भी किया और मैंने भी किया!