निगाहें आज भी उस शख्स को शिद्दत से तलाश करती हैं; जिसने कहा था, "बस दसवी कर लो, आगे पढ़ाई आसान है"! |
ज़िन्दगी लम्बी है दोस्त बनाते रहो; दिल मिले नी मिले हाथ मिलाते रहो; ताज महल बनाना तो बहुत महंगा पडेगा; इसीलिए हर गली में मुमताज़ बनाते रहो! |
मुड़-मुड़ कर ना देख मुझे यूँ हँसते-हँसते; अर्ज़ किया है; मुड़-मुड़ कर ना देख मुझे यूँ हँसते-हँसते; कहीं ऐसा ना हो मेरे दोस्त तुझे कह दें भाभी जी नमस्ते! |
तेरी ज़िन्दगी में कभी गम ना आये; तेरी आँखे कभी नम ना हों; मेरी दुआ है उस खुदे से तुझे मिले एक खुबसूरत सा हमसफ़र; जिसका वज़न 150 किलो से कम ना हो! |
तुझसे कैसे नज़र मिलाएं दिलबर जानी; तुझसे कैसे नज़र मिलाएं दिलबर जानी; तेरी दायीं आँख काणी; मेरी बायीं आँख काणी! |
दोस्त रूठे तो रब रूठे, फिर रूठे तो जग छूटे; अगर फिर रूठे तो दिल टूटे, और अगर फिर रूठे? तो निकाल डंडा; मार साले को जब तक डंडा न टूटे! |
तन्हाई में सताती है उसकी याद ऐसे, चले आते हैं आँखों में आंसू जैसे; मेरा हुक्म है ये तुम्हे दया कि पता लगाओ मुन्नी बदनाम हुई तो हुई कैसे! |
जब देखा उन्होंने तिरछी नज़र से; कसम खुदा की मदहोश हो गए हम; पर जब पता चला कि नज़र स्थायी तिरछी है; तो वहीँ खड़े-खड़े बेहोश हो गए हम। |
जब कोई ज़िन्दगी में बहुत ख़ास बन जाए; उसके बारे में सोचना ही उसका एहसास बन जाए; तो मांग लेना खुदा से उसे जिंदगी भर के लिए; इससे पहले की उसकी माँ किसी और की सास बन जाए! |
चाँद से रोशनी ज्यादा और सितारों से कम निकले; वाह वाह! चाँद से रोशनी ज्यादा और सितारों से कम निकले; जब भी मैं तुझे देखूं मेरी हंसी एक दम निकले। |