Asad Bhopali Hindi Shayari

  • कुछ भी हो वो अब दिल से जुदा हो नहीं सकते;
    हम मुजरिम-ए-तौहीन-ए-वफ़ा हो नहीं सकते;

    ऐ मौज-ए-हवादिस तुझे मालूम नहीं क्या;
    हम अहल-ए-मोहब्बत हैं फ़ना हो नहीं सकते;

    इतना तो बता जाओ ख़फ़ा होने से पहले;
    वो क्या करें जो तुम से ख़फ़ा हो नहीं सकते;

    इक आप का दर है मेरी दुनिया-ए-अक़ीदत;
    ये सजदे कहीं और अदा हो नहीं सकते;

    अहबाब पे दीवाने 'असद' कैसा भरोसा;
    ये ज़हर भरे घूँट रवा हो नहीं सकते।
    ~ Asad Bhopali