Asar Akbarabadi Hindi Shayari

  • उल्फ़त का है मज़ा कि 'असर' ग़म भी साथ हों;</br>
तारीकियाँ भी साथ रहें रौशनी के साथ!</br></br>
*तारीकियाँ: अंधेराUpload to Facebook
    उल्फ़त का है मज़ा कि 'असर' ग़म भी साथ हों;
    तारीकियाँ भी साथ रहें रौशनी के साथ!

    *तारीकियाँ: अंधेरा
    ~ Asar Akbarabadi