Aziz Lakhnavi Hindi Shayari

  • ज़ुबान दिल की हक़ीक़त को क्या बयाँ करती;</br>
किसी का हाल किसी से कहा नहीं जाता!Upload to Facebook
    ज़ुबान दिल की हक़ीक़त को क्या बयाँ करती;
    किसी का हाल किसी से कहा नहीं जाता!
    ~ Aziz Lakhnavi
  • दिल समझता था कि ख़ल्वत में वो तन्हा होंगे;<br/>
मैंने पर्दा जो उठाया तो क़यामत निकली।<br/><br/>

Meaning:<br/>
खल्वत  =  एकांतUpload to Facebook
    दिल समझता था कि ख़ल्वत में वो तन्हा होंगे;
    मैंने पर्दा जो उठाया तो क़यामत निकली।

    Meaning:
    खल्वत = एकांत
    ~ Aziz Lakhnavi
  • उनको सोते हुए देखा था दमे-सुबह कभी;<br/>
क्या बताऊं जो इन आंखों ने समां देखा था।Upload to Facebook
    उनको सोते हुए देखा था दमे-सुबह कभी;
    क्या बताऊं जो इन आंखों ने समां देखा था।
    ~ Aziz Lakhnavi
  • उनको सोते हुए देखा था दमे-सुबह कभी,<br/>
क्या बताऊं जो इन आंखों ने समां देखा था।Upload to Facebook
    उनको सोते हुए देखा था दमे-सुबह कभी,
    क्या बताऊं जो इन आंखों ने समां देखा था।
    ~ Aziz Lakhnavi
  • सितम है लाश पर उस बेवफा का यह कहना;
    कि आने का भी न किसी ने इंतज़ार किया।
    ~ Aziz Lakhnavi