Divakar Rahi Hindi Shayari

  • अगर ऐ नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है;</br>
इधर कश्ती न ले आना यहाँ पानी बहुत कम है!Upload to Facebook
    अगर ऐ नाख़ुदा तूफ़ान से लड़ने का दम-ख़म है;
    इधर कश्ती न ले आना यहाँ पानी बहुत कम है!
    ~ Divakar Rahi
  • अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मय-ख़ाने में;</br>
जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में!</br></br>

* मयस्सर:  AvailableUpload to Facebook
    अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मय-ख़ाने में;
    जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में!

    * मयस्सर: Available
    ~ Divakar Rahi